Sunday, March 29, 2015

शिर्डी यात्रा

27-3-15

finally reached at
पुनीत पावन शिर्डी नगरिया
जहाँ बैठे है हम सब के खिवैया

आँखे खुली आज और
देखी शिर्डी में सुनहरी भोर
रोम रोम प्रफुल्लित हुआ
मिल गयी बाबा के चरणों में ठौर

शिर्डी की पावन भूमि पर
आज रखते ही कदम
पाप समूल नष्ट हुए और
हो गया सदगुरु साई से संगम

साई दर पर आज उमड़ पड़ा श्रद्धा का सैलाब
सब भक्तो पर आज करुणा बरसा रहे हो आप
आप ही हो इस समस्त भव के माँ बाप
जो दर्श करे आपके सच्चे मन से काटो उसके पाप

आँखे खुली आज और
देखी शिर्डी में सुनहरी भोर
रोम रोम प्रफुल्लित हुआ
मिल गयी बाबा के चरणों में ठौर

शिर्डी की पावन भूमि पर
आज रखते ही कदम
पाप समूल नष्ट हुए और
हो गया सदगुरु साई से संगम

आज नजर आ रहा था हर कोई
बड़ा ही व्याकुल पाने को बाबा के दर्शन
जैसे नन्हा सा बालक होता
अपनी माँ को अपने संग पाके प्रसन्न

साई मन्दिर का आज अनोखा नजारा था
हर कोई साई दर्श पाने को दिल हारा था
कोई जय जय कार लगा रहा
तो कोई साई प्रेम में अश्रु बहा रहा था
ऐसी ही है मेरे साई की लीला कि
हर जन साई आनन्द की लहरो में
सुध बुध खो गोते खा रहा था

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