ॐ श्री साई सुप्रभात मुख पर हो साई की बात साई ही है मेरे दिल के सम्राट पाना चाहूँ मैं सदा साई का साथ
चन्द्र सम शीतलता लिए आया वार सोम आज साई गुणगान करेगा मेरा रोम रोम नूर दमकता आज जिनका वो है साई ओम जिनका बखान करते ये धरती ये व्योम
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