दुनिया में है अनेको कौम पर सबका मालिक साई ओम साई ही मंगल साई ही सोम साई नाम से खिलता हर रोम रोम
साई ही भोले साई ही है शंकर साई नाम से हटते सारे कंकर साई ही परम् साध्य साई ही आराध्य साई ही सत्य साई ही है सुंदर बनके शिव साई बसते मन मन्दिर
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