:: ll साँई गुणगान करते चलो ll ::
श्री साँई तुम गुरूवर हो
तुम हो सर्व गुणों की खान
तेरे रंग में हम खुद को रंग ले
करते रहे हम तेरा ही बखान ।
बाबा साँई तुम चन्दन समान
तेरी सुगन्ध फ़ैल रही चहुँ ओर
इस सुगन्ध को मन में रमा ले
ताकि मिले तव चरणो में ठौर ।
बाबा साँई तुम राम सरीखे
अति विनम्र अति धैर्यवान
तुम्हारी शिर्डी है राम- राज्य
जहाँ मिलता सबको जीवनदान ।
एक वार ही तुझको क्यों पूजे
सप्ताह के सातो वार है तेरे
तू ही भोले, तू ही गजानन
हनु बन तू ही दूर करे अँधेरे ।
बाबा चौखट पर तेरी रखते जो कदम
ग़मो का अंत होता, ख़ुशी रहती हरदम ।
तेरा नाम जग में सबसे पावन
"सा" से साक्षात् , 'ई" से ईश्वर
जब हमे ईश्वर ही है मिल गया
तो भला क्यों मांगें तुझसे हम वर ।।
http://drgauravsai.blogspot.com/
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