बाबा साँई तुमसे बस है इतनी सी गुजारिश
हम सब पर करो तुम रहमतो की बारिश
भर भर उडेलो तुम हम पर अपना प्यार
तुम्हारा प्यार पा हमारे जीवन में आये सद्व्यवहार
सद्व्यवहार से हमारा तन मन महके चन्दन सा
तुम्हारे सुमिरन में लगा दे हम हर क्षण जीवन का
क्षण वो भाग्यशाली होगा जब दोगे तुम दर्शन
तुम्हारे दर्शन करके हम पापी बन जायेंगे सज्जन
सज्जन बने हम और अपनाये विनम्र आचरण
सब जनो के प्रति दिखाए हम अपनापन
अपना सब कुछ तुम पर करके हम न्यौछावर
बाबा तेरी शरण पाने का चाहे हम तुझसे वर
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